रात....



रात का स्याहपन......
ख़ामोशी... शांति.... सरसराहट....
असीम सुख का एहसास लिए है रात....
चन्द्रमा की शीतलता... और तारो का झिलमिलाना...
अदभुत उत्साह भरता है मन में.....
दिन भर की भाग दौड़.... हू हल्ला..... धुंआ ... प्रदूषण....
पर रात में सब कुछ स्याह..... सब कुछ अँधेरे में गुम....
और एक अजीब सी आतुल्य शांति का एहसास.....
ये ही तो चाहिए दिन के अंत में.....
शांति..... सुख.... सर्वर्त्र ....
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