आई
लाइक योर स्किन कलर ... मैंने उस के कंधे पर एक किस करते हुए कहा
ओहो... कितने रेसिस्ट हो तुम ... उस ने हल्की सी मेरे गाल में चपत लगा कर बोला ..
अरे इस में रेसिस्ज्म कहाँ से आ गया ? आई लव यू.. मोर देन ऐनी वन इन दिस वर्ल्ड .. बट फिर भी आई लाइक योर स्किन कलर... मैंने अपने गाल को सहलाते हुए जवाब दिया ...
ओहो... कितने रेसिस्ट हो तुम ... उस ने हल्की सी मेरे गाल में चपत लगा कर बोला ..
अरे इस में रेसिस्ज्म कहाँ से आ गया ? आई लव यू.. मोर देन ऐनी वन इन दिस वर्ल्ड .. बट फिर भी आई लाइक योर स्किन कलर... मैंने अपने गाल को सहलाते हुए जवाब दिया ...
हे भगवान क्या हो गया रवि तुम्हें ? तुम कबसे इंसान को रंगों में बाँटने लगे ? अब हमारे हाथ में थोडा न है कि कौन सा रंग ले कर हम पैदा होंगे ? उस ने सवाल पर सवाल दागे
हम्म ... मैंने उस के सारे सवालों को इग्नोर कर के उस के वार को खाली कर दिया...
तुम्हें वैलेंटाइन डे पे कौन सा गुलाब चाहिए ?
लाल गुलाब ....
हे भगवान् कितनी रेसिस्ट हो तुम .... लाल गुलाब ही क्यूँ ? काला, सफ़ेद या पीला गुलाब क्यूँ नहीं ? मैंने टांग खींचते हुए कहा ...
अरे
यार मैंने उन्हें कहाँ इग्नोर किया बस उस दिन मुझे तुम लाल गुलाब दोगे तो मुझे
ज्यादा अच्छा लगेगा ... उसने हल्का नाराज़ हो कर कहा ...
बस तुम सही पकड़ी ... तुम्हारा रंग एक तवा फुल्का रोटी जैसा है और न केवल रंग तुम हो भी वैसे ही ....
वाह वाह... लोगों के पति उन्हें चाँद तारों और न जाने किस किस चीज से कम्पेयर करते हैं और तुम मुझे तवा रोटी बोल रहे हो ??
तवा
रोटी नहीं तवा फुल्का रोटी.... मैंने उसे करेक्ट करते हुए कहा ...
हे
भगवान् क्या कहूँ मैं....
अरे यार नाराज़ क्यूँ होती है कभी रोटी को देखा है ? वो आटे पानी को सही अंदाज़ और वक़्त तक गुथने और फिर उसे सही आकार में गोल करने और सही टाइम तक पकाने के बाद ही बनती है...
अच्छा जी ? तो बताओ कैसे हुई मैं तुम्हारी तवा फुल्का रोटी ? उस ने चाय का एक कप मुझे दे कर और अपनी कॉफी के कप पर सवा 2 चम्मच चीनी डालते हुए पूछा .... ( रिया को चाय पसंद नहीं थी और अपनी कॉफी में फिक्स सवा 2 चम्मच चीनी से ही उसकी परफेक्ट कॉफी बनती थी )
यार तुम्हें भी पता है कि हम दोनों की शादी से काफी लोग खुश नहीं थे जिसमें हम दोनों के ही घर वाले थे , बहुत कुछ कहा भी तुम्हें उन्हें पर तुमने सब कुछ भुला कर सबको इतने कम वक़्त पर एक माला में पिरो दिया वही सबसे बड़ी बात है और तुमने सभी चीजें सही मात्रा में सही वक़्त पे की... थैंक्स यार.... मैंने चाय के दो तीन सिप लेते हुए अपनी पूरी बात कह दी ...
रिया ने बड़ी शांति से बात को सुना और खामोश हो गयी... उस की ये ख़ामोशी मेरे अन्दर हलचल पैदा कर गयी ... मैंने उसे पूछा क्या हुआ ? सॉरी मेरी किसी बात का तुम्हें बुरा लग गया हो तो...
उस
ने कॉफी ख़त्म कर के मेरे पास आ कर मेरे माथे को चूम कर कहा...
तुम्हें पता है रवि कोई भी अच्छा वाला ताला सिर्फ अपनी ही चाबी से खुलता है और ताले और चाबी के बीच की सही सामंजस्य ही ताले को हर किसी चाबी से खुलने से बचाता है हम दोनों के बीच भी यही बातें है सिर्फ मैंने ही सब कुछ नहीं सम्हाला तुमने भी मेरे घर वालों के लिए बहुत कुछ किया और हर बार सही वक़्त पे किया , तो सिर्फ मैंने ही तुम्हारी रोटी को पूरा नहीं किया बल्कि उस रोटी को बनने में तुमने भी पूरा साथ दिया ... हा हा हा और तुम्हारी भाषा में तुम भी मेरे तवा फुल्का रोटी हो ...
तुम्हें पता है रवि कोई भी अच्छा वाला ताला सिर्फ अपनी ही चाबी से खुलता है और ताले और चाबी के बीच की सही सामंजस्य ही ताले को हर किसी चाबी से खुलने से बचाता है हम दोनों के बीच भी यही बातें है सिर्फ मैंने ही सब कुछ नहीं सम्हाला तुमने भी मेरे घर वालों के लिए बहुत कुछ किया और हर बार सही वक़्त पे किया , तो सिर्फ मैंने ही तुम्हारी रोटी को पूरा नहीं किया बल्कि उस रोटी को बनने में तुमने भी पूरा साथ दिया ... हा हा हा और तुम्हारी भाषा में तुम भी मेरे तवा फुल्का रोटी हो ...
और दोनों ही हम एक दूसरे को
तवा फुल्का रोटी कह के
रेसिस्ट हो गये...
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