कभी हम अनजान थे



कभी हम अनजान थे...
फिर आपस में बातें हुई...
फिर हम दोस्त बने...
फिर बातें बढ़ने लगी...
फिर दोस्ती प्यार में बदली...  
फिर बातों का कारवां चल पड़ा...
और हम एक दुसरे के ख़ास हो गये...
फिर बातों ही बातों में तकरार हुई...
फिर बातें कम होने लगी...
फिर रिश्ते में दरार आई...
फिर बातों का सिलसिला रुकने लगा...
फिर रिश्ता ख़त्म हुआ...
फिर बातें बंद हो गयी...
और आज फिर...
हम एक दुसरे के लिए अनजान हैं....  
   
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